वित्त प्रबंधन के 5 मुख्य नियम

दोस्तों बहुत से लोगों का सवाल होता है कि वित्त प्रबंधन कैसे किया जाए इसको करने का सही तरीका क्या है? अगर आप भी इस सवाल का जवाब ढूंढ रहे थे तो आज आपकी खोज पूरी हो गई है। आज के इस ब्लॉग में हम वित्त प्रबंधन से जुड़े पांच बड़े नियमों को जानेंगे जिनकी सहायता से आप आसानी से वित्त प्रबंधन कर सकते हैं। इस ब्लॉग में दिए गए नियम निवेशक चार्ली मंगर द्वारा दिए गए है। चार्ली मंगर वारेन वफे़ के इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिक पार्टनर और वर्कसायर हैथवे के वाइस चेयरमैन थे। आज आप जिस वर्कसायर हैथवे को देखते हो उसको इस मुकाम तक पहुँचाने में चार्ली मंगर का बड़ा हाथ है। हम नियमों की बात करें उससे पहले हम बता दें कि यह अधिकतर नियम शेयर मार्केट के संदर्भ में है इसके साथ-साथ यह नियम आपके जीवन में भी काम आएंगे तो पहला नियम है –

1.योग्यता का चक्र पहचानना

योग्यता का चक्र से मेरा तात्पर्य सर्किल आफ कॉम्पीटेंस से है। बहुत से लोग अक्सर यही समझते हैं की सफलता पाने के लिए उन्हें कुछ नया कुछ हटकर करना पड़ेगा लेकिन ऐसा जरूरी नहीं होता। आप एक उन लोगों की सूची बनाइए जिन्होंने कुछ नया कुछ हटकर किया आप पाएंगे कि इन्होंने कुछ नया करने की नहीं सोची थी बल्कि इन्होंने तो केवल अपनी रुचि पर ध्यान दिया इनको जिन क्षेत्र में दिलचस्पी थी उन्हीं क्षेत्र में यह मेहनत के साथ कार्य करते गए और नतीजा आपके और हमारे सामने है। उदाहरण के तौर पर आप चार्ली मंगर को ही ले लीजिए निवेश की पेचिदगियो को छोड़कर यदि वे क्रिकेट की पेचिदगियो को सीखने में लग जाते तो क्या वह इतने सफल हो पाते उत्तर है शायद नहीं। उन्होंने शुरू से ही अपनी रुचि को समझा मेहनत के साथ निवेश के मंत्र सीखें कुछ अनुभव से कुछ गलतियों से और इसी क्रम को दोहराते-दोहराते वह एक सफल निवेदक बनकर दुनिया के सामने आए। मेरे कहने का तातपर्य बड़ा ही सीधा है आप एकांत में बिल्कुल शांत दिमाग से सोचिए की क्या करने में आपको मजा आता है? किस क्षेत्र में आपकी दिलचस्पी है? और किस क्षेत्र में नहीं की क्या करने से आप अपने आप को कभी भी थका हुआ महसूस नहीं करते यकीन मानिए यदि आपको इन प्रश्नों के उत्तर मिल गए तो केवल एक ही काम रह जाता है मेहनत जो आपको सफलता के शिखर तक पहुॅचायेगी।
चलिए इस नियम को वित्त के संदर्भ में समझने का प्रयास करते हैं मान लीजिए आपको केवल शेयर मार्केट का ज्ञान है। जिसमें आप अच्छी तरीके से निवेश करना जानते हैं वहीं दूसरी तरफ आप म्युचुअल फंड्स में निवेश करना चाहते हैं जिसका आपको कोई ज्ञान नहीं है तो वहां भला निवेश करना समझदारी होगी या नहीं सामान्य सी बात है नहीं।आप शेयर मार्केट को अच्छे से समझते हैं उसके उतार चढ़ाव के गणित को समझते हैं तो भला आप म्युचुअल फंड्स में निवेश करना क्यों चाहते हैं ? जबकि आप यहां से म्युचुअल फंड्स की तुलना में अच्छा रिटर्न बना सकते हैं।माना कि आप विविधीकरण करने का प्रयास कर रहे हैं किंतु बिना ज्ञान के यह कहां की समझदारी है। यदि आप मार्केट को समझते हैं तो आप यहां से कई गुना पैसा बना सकते हैं जो कि शायद म्युचुअल फंड न बना कर दे पाए। कहने का तात्पर्य है आपको जो अच्छे से आता है सर्वप्रथम आप उसे मेहनत के साथ कीजिए और जो नहीं आता है उसे पहले सीखिए और सीखने के बाद थोड़े जोखिम के साथ उसमें मेहनत कीजिए।

2.अपने ज्ञान का विस्तार कीजिए

वित्त प्रबंधन का दूसरा नियम कहता है की पैसों को सही तरीके से उपयोग में लाने के लिए उचित ज्ञान होना चाहिए तभी आप इसे सही तरीके से कर सकेंगे। बहुत से लोगों का मानना है की एक उम्र के बाद इंसान को सीखना बंद कर देना चाहिए लेकिन आखिर क्यूँ जब तक आपकी देह में प्राण है तब तक आपको सिखना चाहिए। वित्त प्रबंधन में यदि आपके पास कई क्षेत्रों का ज्ञान है तो यह आपके लिएबहु उपयोगी साबित होता है। इसके चलते आप अधिकतर सही निर्णय ले पाते हैं। मंगर को कई विषयों का ज्ञान था उसने अपने सभी ज्ञान को एक स्थान पर केंद्रित कर दिया था और प्रमाण हम सबके सामने हैं।
उदाहरण के तौर पर हम इसको इस तरीके से समझ सकते हैं। जैसे यदि आपको शेयर मार्केट का नॉलेज है और इसके साथ-साथ आपको थोड़ा बहुत इंश्योरेंस का भी नॉलेज है तो आप एक बेहतर वित्तीय प्लानिंग कर सकते हैं उसकी तुलना में जिसे केवल शेयर मार्केट का नॉलेज है। ऐसे ही यदि आपको शेयर मार्केट के साथ-साथ और इंश्योरेंस और विविध प्रकार के एसेट क्लास का भी नॉलेज है तो आप यकीनन बेहतर वित्तीय प्लानिंग कर सकेंगे।

3.दूसरों की गलतियों से सीखना

आज मैं आपको एक बहुत साधारण सा मंत्र देता हूं जिसके होते हुए आप अपने जीवन में कम गलतियां करेंगे और यही बात वित्तीय प्रबंधन में भी लागू होती है। यह मंत्र है कि आप दूसरों की गलतियों से सीखिए। पढ़ने सुनने में तो यह बहुत साधारण सी बात लगती है कि दूसरों की गलतियों से सीखो लेकिन इसके असल मायने वास्तव में तब बनते हैं जब आप सफलता पाने के लिए दृढ़ प्रतिज्ञ होते हैं। लोग गलतियां करते हैं और क्यों ना करें आखिर हम सब इंसान हैं लेकिन क्या इन गलतियों से कुछ सबक निकाला जा सकता है हां बिल्कुल तो फिर हम वह गलतियां क्यों करें जो सामने वाले ने की। यदि हमने एक बार सबक निकाल लिया और उसे अपनी कार्यशैली अपनी जीवन शैली में लागू कर दिया तो जीतने और सफल होने की संभावना कई हद तक बढ़ जाती है। चार्ली मंगर ने अपने कार्यकाल के दौरान अन्य निवेशकों की गलतियों से सीखने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने जाना की क्यों यह निवेशक असफल हुआ? क्यों इसको घाटा हुआ? इसके पास क्या-क्या विकल्प थे और इसने कौन सा विकल्प चुना? ऐसे कई पहलुओं पर वे ध्यान देते थे आप भी वित्त प्रबंधन के दौरान दूसरों की गलतियों से सीख सकते हैं। उदाहरण के तौर पर आपका एक पड़ोसी का कार एक्सीडेंट हो जाता है जिस कारण उसे अस्पताल जाना पड़ जाता है क्योंकि उसने इंश्योरेंस नहीं लिया था जिसके चलते उसे सारा खर्च अपनी जेब से वहां करना पड़ा। इससे आप सीख सकते हैं की इंश्योरेंस होना जरूरी है और आप अकस्मात आई ऐसी परिस्थितियों से बच सकते हैं। इंश्योरेंस के चलते आपकी जेब पर कोई बोझ नहीं पड़ेगा ना ही किसी प्रकार के वित्त प्रबंधन में रुकावट आएगी आप दूसरों की ऐसी अनेकों गलतियों से आप सीख सकते।

4.कंपाउंडिंग की ताकत को पहचाने

मैं बहुत ही विश्वास के साथ कह सकता हूं कि हम में से बहुत से लोग कंपाउंडिंग की असल ताकत को नहीं समझते और जो इसकी ताकत को समझ जाता है वह असीम धन का मालिक बन जाता है। कंपाउंडिंग का सीधा सा अर्थ होता है ब्याज के ऊपर ब्याज। क्या शेयर मार्केट में कंपाउंडिंग वर्क करती हैं बिल्कुल करती है। जितना समय आप अपने निवेश को देंगे यह समय के साथ उतना ही बड़ा बन जाएगा। आप एक छोटे से पौधे के बारे में सोचिये आप जितना समय उसको खाद पानी और धूप देंगे वह उतना ही बड़ा बन जाएगा और एक समय बाद आपको मीठे फल भी प्रदान करेगा। वारेन वफे़, राकेश झुनझुनवाला,रमेश दमानी,राधाकिशन दमानी जैसे कई दिग्गज निवेसको ने कंपाउंडिंग की ताकत को समझा जिस कारण ही वे इतने सफल हो पाए। हममें से से बहुत से लोगों के पास समय नहीं है। हम सब जल्दी अमीर बनना चाहते है जिसके चलते हम बड़ा नुकसान कर बैठते हैं हर चीज समय मांगती है और सब्र से समय पर सब मिलता है।

5.चीजों को सरल रखिए

अक्सर देखा जाता है कि जटिल समस्याओं का समाधान अधिकतर सरल ही होता है। न जाने लोग क्यों परिस्थितियों को जटिल बना देते हैं। शायद परिस्थितियों को जटिल बनाने के कारण ही वह अक्सर समाधान ढूंढ नही पाते। आपको बस इतना करना है की चीजे जैसी दिख रही है उन्हें वैसा ही देखना है। हमारा यह दिमाग न जाने क्या-क्या सोचता है उस पर थोड़ा सा अंकुश रखना है। शेयर मार्केट में यह चीज आम देखने को मिलती है। जब हम किसी से निवेश की बात करते हैं तो सामने वाला चीज इतनी जटिल कर देता है कि हमारा मन फिर निवेश करने को करता ही नहीं। आप यदि ठंडे दिमाग से सोचेंगे आखिर हम निवेश करते क्यों हैं निवेश कैसे किया जाता है तो आप आसानी से उनके उत्तर पा सकते हैं चीजों को पहले देखिये फिर सीखिए और समझिए ।
निवेश करने की कई रणनीतियां होती हैं आपको जो रणनीति सरल लगती हो उसे अपना कर निवेश कीजिए और जहां तक हो सके उस रणनीति को बिल्कुल सरल रखने का प्रयास करें। कि आप जरूरत पड़ने पर आसानी से उस रणनीति को दूसरे व्यक्ति को समझा पाऐ चीजे जितनी सरल होगी उतनी ही प्रभावशाली होगी आपका वित्त प्रबंधन उतना ही बेहतरीन होगा।

आशा करता हूं हमारा यह ब्लॉग आपको पसंद आया होगा अगर इस ब्लॉग में त्रुटि हो गई हो तो उसके लिए हम क्षमा प्रार्थी है। आप अपने सजेशन कमेंट्स बॉक्स में हमें देते रहिए आपके सजेशन हमारी टीम के लिए दिशा निर्देश का कार्य करेंगे और हमें बेहतर कार्य करने के लिए भी प्रेरित करेंगे। तो इसी के साथ हम आपसे विदा लेते हैं और मिलते हैं एक नए ब्लॉग मैं।

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